Saturday, January 25, 2020

Republic Day | Independence Day | Little_Star






इस गणतंत्र दिवस
हम कुछ नियम बनाए
ज़्यादा नहीं दो-चार सही
कुछ अच्छे काम
कुछ अच्छी बात
किसी की इज़्ज़त
अपनी इज़्ज़त
किसी को गम हो
आंख अपनी नम हो
किसी को नहीं बतलाना यह
खुद को करने की
आदत यह अपना लें हम
आदत यह अपना लें हम।


#happyrepublicday

#Little_Star

اس یوم جمہوریہ
ہم کچھ قانون بنائیں
زیادہ نہیں دوچار سہی
کچھ اچھے کام
کچھ اچھی بات
کسی کی عزت
اپنی عزت
کسی کوغم ہو
آنکھ اپنی نم ہو
کسی کو نہیں بتلانا یہ
خود کو کرنے کی
عادت یہ اپنا لیں ہم
عادت یہ اپنا لیں ہم۔
#Little_Star

Sunday, January 12, 2020

The game of rating (b) | Little_Star


आज ज़माना swiggy और Zomato का है। कुछ खाने का मन हुआ नहीं कि तुरंत swiggy और Zomato पर सर्च करना शुरू कि कौन से रेस्टोरेंट्स से खाना मंगवाया जाए, और रेस्टोरेंट्स सर्च करते समय यह ध्यान रखा जाता है कि उसकी रेटिंग क्या है। क्योंकि अगर रेस्टोरेंट्स की रेटिंग अच्छी है तो इसका मतलब है कि वहां का खाना भी अच्छा होगा।
कहते हैं जो दिखता है वह बिकता है। लेकिन इसके खिलाफ अगर हम रेटिंग देखे बिना किसी ऐसे रेस्टोरेंट्स का खाना मंगवा लेते हैं जिस की रेटिंग अच्छी नहीं है, और वहां का खाना हमको पसंद भी आ जाता है तो क्या तब हम सही रेटिंग करते हैं?

क्योंकि बात जब रेटिंग की आती है तो कहीं न कहीं हम कंजूसी कर जाते हैं और देना होता है five star और हम धीरे से तीन स्टार को पुश कर देते हैं और उस खाने की किसी एक कमी को दिल में याद कर लेते हैं जो हकीकत में होती ही नहीं है। और दिल यह तसल्ली कर लेते हैं कि इस वजह से three star दिया।

लेकिन अगर बिना रेटिंग का खाना मंगवा लिया और वह खराब निकल गया तो हर कोई खुद को ही बुरा भला कहने लगता है कि क्यों बिना रेटिंग वाले रेस्टोरेंट्स से खाना मंगवाया। और इसके लिए रेस्टोरेंट्स को मिलते हैं one star जो कि उस रेस्टोरेंट्स के लिए अच्छा है या बुरा यह तो रेस्टोरेंट्स वाले ही समझ सकते हैं।
लेकिन एक बात तो है कि अगर कोई आपकी थाली में कुछ परोस रहा है तो अच्छा ही परोसेगा। क्योंकि वह उसका रोज़गार है और कौन अपने धंधे को खराब करना चाहेगा।
अक्सर हमारे घरों में बनने वाला खाना किसी को बहुत पसंद आता है तो किसी को कम पसंद आता है तो क्या इसका मतलब यह हुआ कि वह खाना खराब है, नहीं क्योंकि हर इंसान का स्वाद पसंद सोच सब अलग होती है। अब जब घर का खाना घर के हर सदस्य को पसंद नहीं आता तो हम कैसे कह सकते हैं कि हर रेस्टोरेंट्स का खाना हर किसी को पसंद आ सकता है और जब हर जगह का खाना हर किसी को पसंद नहीं आ सकता तो उसकी रेटिंग भी उसी हिसाब से होगी।
कभी बिना रेटिंग वाले रेस्टोरेंट्स से खाना मंगवा कर देखिए और पसंद आये तो रेटिंग कीजिए और न पसंद आये तब भी रेटिंग कीजिए बिल्कुल सच्ची वाली रेटिंग........


क्योंकि हमारी रेटिंग से उस रेस्टोरेंट्स की रेटिंग अच्छी हो न हो लेकिन अगर हमारी रेटिंग से रेस्टोरेंट्स अपनी सर्विस को और बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं तो आज नहीं तो कल उस रेस्टोरेंट्स की रेटिंग भी अच्छी हो जाएगी।
इस लिए रेटिंग के इस दैर में रेटिंग ज़रूर करें।
और हां fivr star देने में कंजूसी न करें क्योंकि five star देने वाला दिल हर किसी के पास क्हां।

-Little-Star



Thursday, January 2, 2020

The Game of Ratings (a)

रेटिंग आज कल बहुत चलन में है ।
रेटिंग क्या है?
जब हमारा व्यवहार किसी से होता है हम किसी से मिलते हैं, या कोई हमारे घर आता है और हम उसके जाने के तुरंत बाद उस इंसान का व्यवहार उसकी बातचीत के बिना पर उसको रेटिंग देने में ज़रा भी देर नहीं लगाते कि वह बोलते कैसे थे और खाते कैसे थे।
अक्सर घरों में तो मेहमान जाते भी नहीं हैं और लोग किचन में या दूसरे कमरे में ही रेटिंग देना शुरू कर देते हैं कि वह चाय कैसे पी रहे हैं और उनको बात करने की तमीज़ भी नहीं है और इस तरह की ना जाने कितनी ही बातों से सामने वाले को रेटिंग दे देते हैं।
ऐसा नहीं है कि सामने वाले को सिर्फ खराब रेटिंग ही मिले। बहुत सारे लोगों को बहुत अच्छी भी रेटिंग मिल जाती है।
यह बात तो हो गयी उस रेटिंग की जो हम यों ही देते रहते हैं। लेकिन अब तो रेटिंग ज़रूरत बन गयी है।
आप कहीं ola से गये हैं तो payment के साथ आप को rating भी करनी होती है कि driver का व्यवहार कैसा है उसने समय से पहुंचाया या नहीं आदि।
 इस तरह की बातों के लिए driver को रेटिंग करना ज़रूरी है क्योंकि driver की यही rating देख कर तो हम ola से गाड़ी बुक करते हैं।
अब बात यह आती है कि हम rating करते वक्त कितनी ईमानदारी बरतते हैं। क्योंकि अक्सर जब हमको rating देने की बारी आती है तो हम कंजूसी कर जाते हैं और five star ⭐ देने के बजाए दो या तीन star से ही काम चला लेते हैं। और अगर गलती से भी driver कोई गलती कर दे तो एक star के साथ-साथ ना जाने क्या-क्या review में लिख दिया जाता है। लेकिन एक समझदार इंसान ऐसा नहीं करता है क्योंकि एक समझदार इंसान यह समझते हैं कि उनकी एक गलत rating से किसी का नुक़सान हो सकता है। अब यह भी नहीं कि आप गलत रेटिंग करें।
वह कहते हैं न कि पहली गलती तो खुदा भी मांफ कर देता है।⭐

-Little-Star


Wednesday, January 1, 2020

Happy New year 2020




नया साल मुबारक

नया साल की इतनी उत्सुकता क्यों??
नया साल क्या है???
नया साल की इतनी तैयारी क्यों???
ऐसे ही बहुत सारे सवाल मन में आते हैं। लेकिन अक्सर जवाब नहीं मिल पाते, और जब सही जवाब न मिले तो सवाल अपनी जगह पर खड़ा रहता है।
एक साल जाता है तो नया साल आता है, और हम सब इस उम्मीद में खुश होते हैं कि नया साल हम सब के लिए खुशियां और नया पैग़ाम लायेगा।
लेकिन होता क्या है एक तारीख को खुशियां मनाने के बाद हमारी जिंदगी वापस उसी डगर पर वापस आ जाती है जिस राह पर हम पुराने साल चल रहे थे।
क्यों न इस साल हम कुछ नया करें, अब हम नया साल नहीं नया दिन मनायें, हर दिन एक नयी उम्मीद, हर दिन एक नया जोश।
दिन भर के काम के बाद रात को  हम घर वापस आयें तो बहुत ज्यादा थके हुए होने के बावजूद मन में यह उत्साह रहे कि कल का दिन नये जोश और नये उमंग के साथ जियेंगे।
हर कल का नये साल की तरह इंतेज़ार करें।
हर आज को नये साल की तरह जियें।
हर दिन new day के रूप में मनाये।

#Little_Star